तर्ज,अरे मेरी जान है राधा
सुनो मेरे सेठ सांवरिया, बना लो मुझे बावरिया। दर का बना लो सेवादार मुझे।
खाटू वाले श्याम धनी की महिमा अपरंपार। दर पर जो भी जाता उसका होता बेड़ा पार। सांवरिया जैसा ना देखा कोई भी दीदार। धन दौलत से बाबा मेरा करता मालामाल।
सुनो मेरे सेठ सांवरिया, बना लो मुझे बावरिया। दर का बना लो सेवादार मुझे।
तेरे दर पर आने से मेरा काम बनता है। नाम तेरा लेने से मेरा नाम बनता है। लाखों ही बारस पर तेरे दर पर आते हैं। खाटू वाले तेरे चरणों में शीश झुकाते हैं।
सुनो मेरे सेठ सांवरिया, बना लो मुझे बावरिया। दर का बना लो सेवादार मुझे।
कलयुग की दुनिया में तेरी शान निराली है। शीश के दानी बाबा तेरी अमर कहानी है। खाटू है वह धाम जहां पर मिलता सब को प्यार। मेरे सांवरिया जरा तुम हाथ को मेरे थाम।
सुनो मेरे सेठ सांवरिया, बना लो मुझे बावरिया। दर का बना लो सेवादार मुझे।
जबसे तुमको देखा हुआ है मुझको प्यार। सेठ सांवरिया ए मेरा दिल तेरा हुआ। मैं भी तेरे चरणों का दीवाना बन गया। मेरे सांवरिया में तेरा मस्ताना बन गया।
सुनो मेरे सेठ सांवरिया, बना लो मुझे बावरिया। दर का बना लो सेवादार मुझे।