तर्ज – जिंदगी प्यार का गीत है
जिंदगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा, हो ख़ुशी गम भी गर साथ हो, घूंट खुश हो के पीना पड़ेगा, जिन्दगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा ।
आस्था और विश्वास से, डूबती नाव तर जाती है, आए जितनी भी दुश्वारियां, जिंदगानी संवर जाती है, राम का नाम सुखदायी है, पूजा सत्संग से पीना पड़ेगा, जिन्दगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा ।।
राम चलना सीखा देता है, राम बढ़ना सीखा देता है, राम दे हौंसलों में असर, राम उड़ना सीखा देता है, काम सब सार्थक हो यूँ ही, राम धुन में ही रहना पड़ेगा, जिन्दगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा ।।
राम कहने को मंदिर में है, वो धरा में है अम्बर में है, राम जी तो है हर एक जगह, राम खोजो तो हर घर में है, राम सच में अहिंसा में है, प्रेम से ये रस पीना पड़ेगा, जिन्दगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा।
जिंदगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा, हो ख़ुशी गम भी गर साथ हो, घूंट खुश हो के पीना पड़ेगा, जिन्दगी राम की देन है, इसके हरपल को जीना पड़ेगा ।।