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श्याम भजन लिरिक्स

Har gyaras par me hi aau Aisa na ho paye,हर ग्यारस पर मैं ही आऊँ ऐसा ना हो पाए,shyam bhajan

हर ग्यारस पर मैं ही आऊँ ऐसा ना हो पाए,

तर्ज,घर आजा परदेशी तेरी मेरी एक जिंदरी।

हर ग्यारस पर मैं ही आऊँ ऐसा ना हो पाए,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।



चल जा घोड़ा नीले वाला खाटू में जाना,
खाटू में जाकर मेरे बाबा को तू लाना,
हर ग्यारस पर मैं ही आऊँ ऐसा ना हो पाये,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।



श्यामधनी की महिमा सारे जग में छाई है,
मोर मुकुट वाले ने ऐसी बंशी बजाई है,
कलयुग अवतारी है बाबा सबके मन को भाये,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।



गइआ चराने वाला मेरा कान्हा न्यारा है,
माखन चोरी करने वाला कान्हा प्यारा है,
खाटू की नागरी में आकर ‘कमली’ भी ये गाये,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।



मोरछड़ी लहराकर बाबा सबको तारे हैं,
इनकी लीला जाने केवल श्याम प्यारे हैं,
जो भी तेरे दर पे आये हार कभी ना पाये,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आये,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।



हर ग्यारस पर मैं ही आऊँ ऐसा ना हो पाए,
एक ग्यारस पर गरीबों के घर तू भी आए,
ओ घर आजा सांवरा मेरा दिल बांवरा।

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