तर्ज – ना कजरे की धार
मेरी युगल छवि सरकार, हाथों में मुरली धार, नैनो में प्रेम फुहार, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है।
पीला है श्याम का पटका, नीलाम्बर श्यामा प्यारी, एक नन्द का राज दुलारा, वृषभान की राज दुलारी, मेरे श्यामा श्याम तुझ पर, चंदा सूरज बलिहार। मेरी यूगल छवि सरकार, हाथों में मुरली धार, नैनो में प्रेम फुहार, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है।
करुणासिन्धु है श्यामा, करुनापति है गिरधारी, ना जाने प्रेम में डूबे, है कितने प्रेम पुजारी, मनमोहन तेरी झांकी, और गल वैजन्ती हार। मेरी यूगल छवि सरकार, हाथों में मुरली धार, नैनो में प्रेम फुहार, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है।
भोले है मेरे गोविन्द, भोली है राधा रानी, है जग के ठाकुर मोहन, श्री राधा है ठकुरानी, कहे ‘राशि’ इनकी महिमा, है जग में अपरम्पार । मेरी यूगल छवि सरकार, हाथों में मुरली धार, नैनो में प्रेम फुहार, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है।।
मेरी युगल छवि सरकार, हाथों में मुरली धार, नैनो में प्रेम फुहार, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है, जोड़ी तेरी अजब सलोनी है।।