तर्ज – मुझे इश्क़ है तुझी से
मेरे श्याम पूरा करना, अरमान एक हमारा, तेरे प्रेमियों के घर में, मेरा जन्म हो दोबारा, मेरे श्याम पुरा करना ।।
माता पिता हो ऐसे, जो तुमको चाहते हो, भाई बहन हो ऐसे, जो तुमको मानते हो, उस घर में गूंजता हो, तेरे नाम का जयकारा, तेरे प्रेमियों के घर में, मेरा जन्म हो दोबारा, मेरे श्याम पुरा करना ।।
तेरे नाम की पुजारिन, पत्नी हो एक मेरी, हो बेटा बेटी ऐसे, पूजा करे जो तेरी, परिवार ऐसा देना, जहाँ हो सके गुजारा, तेरे प्रेमियों के घर में, मेरा जन्म हो दोबारा, मेरे श्याम पुरा करना ।।
दिल देना मुझको ऐसा, जो प्यार करे तुझसे, दुनिया में सबसे ज्यादा, ऐतबार करे तुझ पे, कहता ‘अनाड़ी’ लब पे, एक नाम हो तुम्हारा, चरणों में रहे ‘खत्री’, जब जन्म हो दोबारा,तेरे प्रेमियों के घर में, मेरा जन्म हो दोबारा, मेरे श्याम पुरा करना।।
मेरे श्याम पूरा करना, मेरा जन्म हो दोबारा,
अरमान एक हमारा, तेरे प्रेमियों के घर में,
मेरे श्याम पुरा करना।।