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श्याम भजन लिरिक्स

Man roye mera jab bhi tab o mere sawre,मन रोये मेरा जब भी तब ओ मेरे सांवरे,shyam bhajan

मन रोये मेरा जब भी तब ओ मेरे सांवरे,

तर्ज,अंखियों के झरोखे

मन रोये मेरा जब भी तब ओ मेरे सांवरे,
मुझे तू नज़र आये बस तू ही नज़र आये,
तक़दीर से मैं अपनी बैठु जब हार के,
मुझे तू नज़र आये बस तू ही नज़र आये…..



किस्मत में जो था ही नहीं तूने वो भी दिया,
कैसे करूँ बाबा मेरे मैं तेरा शुक्रिया,
बस यूँ ही बरसती रहे तेरी कृपा ओ सांवरे,
उलझन मेरी सारी एक तू ही तो सुलझाए,
मन रोये मेरा जब भी….



जबसे मेरा मन तेरे भजनो में बाबा खोने लगा है,
तबसे प्रभु जीवन मेरा संवरने लगा है,
दिन रात तेरा सुमिरन बस करता हूँ सांवरे,
तेरी याद में सारी ये उम्र गुज़र जाए,
मन रोये मेरा जब भी…..



इतनी सी दया रखना प्रभु फिर से ये जनम मिले,
बन के रहूं प्रेमी तेरा तेरा ही धाम मिले,
चरणों में यही विनती बस करता हूँ सांवरे,
हर एक जनम तेरी बाबा सेवा मिल जाए,
मन रोये मेरा जब भी…..

मन रोये मेरा जब भी तब ओ मेरे सांवरे,
मुझे तू नज़र आये बस तू ही नज़र आये,
तक़दीर से मैं अपनी बैठु जब हार के,
मुझे तू नज़र आये बस तू ही नज़र आये…..

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