सांवरे इतना बता तू छुपा है कहाँ
मजबूरियां नाकामियां से घिरा है जहाँ
सांवरे इतना बता …………..
तेरी ही ये धरा है है तेरा ही आसमा
मायूसी लाचारी फैली क्यों यहाँ वहां
परेशानियां घेरी हमें दे तेरी पनाह
सांवरे इतना बता …………..
उम्मीदें ये हमारी ढूंढे तेरी ही पता
नादानी हो गई तो कर माफ़ साड़ी खता
इंसान हम भगवान तुम दे अवसर इक नया
सांवरे इतना बता …………..
करते हैं हम समर्पण मांगे तेरी मेहर
दीनो के नाथ हो तुम कर दो ना बस इक नज़र
शरणार्थी गोलू करे दर्द ए दिल ये बयां
सांवरे इतना बता …………..
सांवरे इतना बता तू छुपा है कहाँ
मजबूरियां नाकामियां से घिरा है जहाँ
सांवरे इतना बता …………..