बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।
तूफान उठा रहा है और छा रहा अंधेरा। ऐसे में मेरी मैया दामन ना छूट जाए।बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।
बाजार जिंदगी में सब कुछ तो है खरीदा। बस रह गए हैं बैठे जिसके लिए हैं आए। बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।
मर्जी अगर हो तेरी इतना कर्म तो करना। बाकी रही जो सांसे यह खत्म हो न जाए। बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।
बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।बैठे हैं मां के दर पर दिल का दिया जलाए।