ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है
लाल लाल चुनर, और लाल है चोला ,
रौली का तिलक, माथे लाल लाल है,
ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है ।
मन चाहा वर, देने वाली ,
रखियो मेरे, सिंधूर कि लाली,
तेरे हाथों, सुहाग की लाज़ है,
ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है।
लाल लाल मेहँदी हाथों में रचाई,
लाल चुनर, सितारों जड़वाई,
चूड़ा लाल लाल कलाई में कमाल है
ओ मईया श्रृंगार तेरा लाल है।
लाल बिंदियाँ तो, माथे लगे प्यारी
लाल साड़ी में माँ लागे, जग से न्यारी
लाल रंग का, सजा भैरों तेरे नाल है
ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है।
ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है
लाल लाल चुनर, और लाल है चोला ,
रौली का तिलक, माथे लाल लाल है,
ओ मईया, श्रृंगार तेरा लाल है ।