तर्ज, तूं लीले चढ़कर आजा
मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।
मैया कैसा दीप जलाएं, तेरी रोशन हो जा गली गली।मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।
मैया कैसा भोग लगाएं, तेरी कृपा बरसे गली गली। मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।
भैया कैसा चोला चढ़ाएं, तेरी चुनर चमके गली गली।मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।
मैया कैसे तुझे मनाए, जयकारा गूंजे गली गली। मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।
मैया कैसी भेटें गाएं। तेरे भगत यह नाचे गली गली।मैया शेर पर चढ़कर आजा, तेरे भगत खड़े हैं गली गली।