आओ रे आओ थाल सजाओ,
दीपक जलाओ चुनरी भी लाओ,
है शोर डगर डगर मस्ती है नगर नगर,
है धूम शहर शहर डांडिया माँ आवजो,
ढोल बजायेंगे सबको नचायेंगे,
गरबे में जायेंगे माता रानी आयी है,
जगदम्बे बोलो अम्बे…….
त्यौहार है ये नौ दिनों का,
जलसा है नौरातों का,
मैया के आगे दिल से कर लो,
इज़हार जज्बातों का,
है शोर डगर डगर मस्ती है नगर नगर,
है धूम शहर शहर डांडिया माँ आवजो,
ढोल बजायेंगे सबको नचायेंगे,
गरबे में जायेंगे माता रानी आयी है,
जगदम्बे बोलो अम्बे…….
सजके सवार के घर से निकले,
सारे छोरा छोरी,
प्रीत वाली बाते करने,
चुपके चोरी चोरी,
है शोर डगर डगर मस्ती है नगर नगर,
है धूम शहर शहर डांडिया माँ आवजो,
ढोल बजायेंगे सबको नचायेंगे,
गरबे में जायेंगे माता रानी आयी है,
जगदम्बे बोलो अम्बे…….
आओ रे आओ थाल सजाओ,
दीपक जलाओ चुनरी भी लाओ,
है शोर डगर डगर मस्ती है नगर नगर,
है धूम शहर शहर डांडिया माँ आवजो,
ढोल बजायेंगे सबको नचायेंगे,
गरबे में जायेंगे माता रानी आयी है,
जगदम्बे बोलो अम्बे…….