तर्ज,मेरा मन डोले
दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।
टीका लायेगा बिंदिया लायेगा और लायेगा सगुन हजार रे मेरा आता होगा भातैया।दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।
झुमका लायेगा माला लायेगा और लायेगा सगुन हजार रे मेरा आता होगा भातैया।दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।
कंगन लायेगा मेहंदी लायेगा और लायेगा सगुन हजार रे मेरा आता होगा भातैया।दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।
झल्लर लायेगा पायल लायेगा और लायेगा सगुन हजार रे मेरा आता होगा भातैया।दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।
साड़ी लायेगा चुनरी लायेगा और लायेगा सगुन हजार रे मेरा आता होगा भातैया।दरवाजे पे झांकू कभी छत से देखूं, चारो ओर निहारूं मै आज रे मेरा आता होगा भातैया।