यह जन्म तो यूं ही गया सांसे यूं ही बेकार ही। मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
उलझा रहा इस बार में माया में इस संसार की।मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
धूल तेरे चरणों की शायद इसी बहाने पा लू में। सुन सुनके तेरे जय कारे सोए भाग्य जगालू मे। विश्वास अटल है मेरा पिघलेगा दिल मा तेरा। सब पाप मेरे धो जाएगी, गंगा मां तेरे प्यार की। मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
यह जन्म तो यूं ही गया सांसे यूं ही बेकार ही। मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
उलझा रहा इस बार में माया में इस संसार की।मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
इस पौढ़ी पर बैठेगा जब दो पल मां कोई भक्त तेरा। मुक्त दुखों से हो जाएगा यह बेटा उस वक्त तेरा।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 पढ़ ले ना अर्जी मेरी, आगे मां मर्जी तेरी। दिल में ही रह ना जाए कहीं हसरत तेरे दीदार की।मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
यह जन्म तो यूं ही गया सांसे यूं ही बेकार ही। मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।
उलझा रहा इस बार में माया में इस संसार की।मुझे अगले जन्म में बनाना मां, पौढ़ी अपने दरबार की।