तर्ज, मुझे इश्क है तुझी से मेरी जान जिंदगानी
तुम्हें किस तरह मनाऊं मेरी माता शेरावाली। मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
मेरी जिंदगी सवारो हो दरबार तेरी आई। गम दूर कर दो मैया श्रद्धा सुमन मे लाई। मेरी मां तू मेरी मां है बेटा तेरा सवाली।मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
तुम्हें किस तरह मनाऊं मेरी माता शेरावाली। मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
तेरा हुकुम जो मिले तो फिर मिल गई है राहें।ये नसीब कब मिलेगा लो कर दो अब निगाहें।ममता है तेरे अंदर महिमा तेरी निराली।मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
तुम्हें किस तरह मनाऊं मेरी माता शेरावाली। मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
चुनरी हो लाल रंग में करुणा हो अंग अंग में।तेरी बराबरी का कोई नहीं है जग में।तेरा भक्त लाल रंग में तुझको उड़ाए चुनरी।मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।
तुम्हें किस तरह मनाऊं मेरी माता शेरावाली। मेरे पास केवल दिल है और हाथ दोनों खाली।