शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना…
शिव कैलाशों के वासी शंकर संकट हारना।
तेरे कैलाशों का अंत ना पाया, अंत बेअंत तेरी माया,
ओ भोले बाबा अंत बेअंत तेरी माया
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना।
बेल की पत्ती भसमा और धतूरा
शिवजी के मान को लुभाए, ओ भोले बाबा
शिवजी के मान को लुभाए
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा….
एक था डेरा तेरा,चांबे रे चेगना
दूजा लाई दीतता भर मारा
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा….
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
ओ भोले बाबा….
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना