सज के संवर के लीले पे चढ़ के
खाटू का राजा आ गया, भक्तो का मन हर्ष गया।
मुख पे चंदा का है उजाला, गले में रात्नो की है माला।
केसरिया बागा है निराला जाऊं मैं सदके,
श्याम आए देने दर्शन आँखों की प्यास बुझालो,
किस्मत से ही मिलता है ऐसा अवसर सुहाना
इस पल का तुम लाभ उठालो।
श्याम से करलो दिल की बाते पूरी हो जाएगी मुरादे
मौका ये छोड़ो ना।
करो स्वागत फूलो से सब इनकी उतारी आरती,
श्रद्धा भक्तो भजनों से बाबा को आज रिझालो
लेके कामना तुम उद्धार की।
सबकी भूल ये माफ़ करेगे मन का दर्पण साफ़ करेगे
इनको मनालो।
बड़ा सुंदर लगता है बाबा का ये रूप सुहाना,
जी चाहे हर पल यूही इनको मैं देखता जाऊं
भूलकर ये सारा जमाना।
बाबा ने रख ली लाज हमारी कर दी पूरी इच्छा सारी
हम है आभारी।
सज के संवर के लीले पे चढ़ के
खाटू का राजा आ गया, भक्तो का मन हर्ष गया।