मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।सुन यशोमती के लाला,सुन गोकुल के हे ग्वाला,जरा ठुमका एक लगा दे रे।🌺🌺🌺🌺🌺मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।
रोज रोज आके माखन सबका चुराता है।माखन चुराता है वो दहिया चुराता है।सुन यशोमती के दुलारे अब आया हाथ हमारे।ना जाने तुझको देंगे रे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।
सबको नचाया कान्हा आज तूं नाचेगा।सखियां के हाथ से तूं बचके ना जाएगा।सुन कान्हा कारे कारे,ज्यादा नखरे न दिखा रे। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺तूं बात काहे ना माने रे।मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।
श्रृष्टि ने देखी फिर कान्हा की माया है।मटकी भर छाछ के बदले ठुमका लगाया है। दुनियां के पालनहारे,नाचे ता ता थैया रे। तिर्लोकी है निहार रहे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।
मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।सुन यशोमती के लाला,सुन गोकुल के हे ग्वाला,जरा ठुमका एक लगा दे रे।🌺🌺🌺🌺🌺मोहे नाच के नेक दिखा दे रे,तोहे माखन मिश्री दूंगी।