तेरे दर पे लाई माँ फूलों की गठरी। हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
मै चुन चुन कलिया माँ तेरी सेज बिछाऊंगी, गेंदे गुलाब से माँ फिर उसे सजाऊंगी, तेरे गले पेहनाऊंगी फूलों की हर कली।हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
तेरे दर पे लाई माँ फूलों की गठरी। हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
मै ध्वजा नारियल माँ तेरी भेट चडाऊंगी, तेरा चोला चुनरी माँ गोटे से सजाऊंगी, तुझे नथनी पेहनाऊंगी हीरो से माँ जडी।हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
तेरे दर पे लाई माँ फूलों की गठरी। हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
तेरे आंगन मे झाडू पलको से लगाउंगी, मैया की चरण धूल माथे से लगाउंगी, तेरी जोत जलाउंगी मैया मैं हर घड़ी।हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
तेरे दर पे लाई माँ फूलों की गठरी। हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।
तेरे दर पे लाई माँ फूलों की गठरी हर साल में लाऊंगी फूलो की गठरी।