पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
हाथ में लोटा गंगाजल पानी ले मंदिर में जाऊं। पट खोल पुजारी रे मैं मां के चरण धुलाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
हाथ कटोरी केसर रोली मै ले मंदिर में जाऊंगी, पट खोल पुजारी रे मैं माँ को तिलक लगाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
हाथ में दीया बाती लेकर मैं मंदिर में जाऊंगी, पट खोल पुजारी रे मैं मां की ज्योत जगाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
पान सुपारी ध्वजा नारियल ले मंदिर में जाऊंगी पट खोल पुजारी रे मैं मां की भेंट चढाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
हाथ में लेकर लाल लाल चोला में मंदिर में जाएंगी, पट खोल पुजारी रे मैं माँ को चुनरी उड़ाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।
हलवा पूरी छोले लेकर मैं मंदिर में जाऊंगी, पट खोल पुजारी रे मैं मां को भोग लगाऊंगी।पट खोल पुजारी रे मैं मां के मंदिर जाऊंगी। एक हार बना सोहणा मैं मां को हार पहनाऊंगी।