ओ मुरली वाले मोहन, मुरली तो फिर बजाना, वो प्यारी प्यारी सूरत, आकर के तुम दिखाना, ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना ।।
रोते है बाल सारे, तेरी रास्ता निहारे। दीवाने तेरे प्यार के, अपना इन्हे बनाना। ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना।।
ओ मुरली वाले मोहन, मुरली तो फिर बजाना, वो प्यारी प्यारी सूरत, आकर के तुम दिखाना, ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना ।।
आती है याद हरदम, आ जाओ मेरे प्यारे। अब दर्श तुम करा दो, देरी ना फिर लगाना। ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना।।
ओ मुरली वाले मोहन, मुरली तो फिर बजाना, वो प्यारी प्यारी सूरत, आकर के तुम दिखाना, ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना ।।
‘दीपक’ है अज्ञानी, बन जाओ तुम सहारा, अब रख लो लाज मेरी, हमको ना तुम भुलाना। ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना।
ओ मुरली वाले मोहन, मुरली तो फिर बजाना, वो प्यारी प्यारी सूरत, आकर के तुम दिखाना, ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना ।।
ओ मुरली वालें मोहन, मुरली तो फिर बजाना, वो प्यारी प्यारी सूरत, आकर के तुम दिखाना, ओ मुरली वालें मोहन,