मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला, दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
मेरा यार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला।।
जबसे छवि निहारी, दीवाना लुट गया है। जैसे शमा के ऊपर, परवाना मिट गया है। जादू सा कर गया है, जादू सा कर गया है, दिलदार खाटू वाला,
मेरे दिल में बस गया है, दिलदार खाटू वाला।।
मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला, दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
मेरा यार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला।।
गर्दिश ने मुझको घेरा, कोई ना था सहारा, तूफ़ान में थी नैया, पर दूर था किनारा। नैया का बन गया है, पतवार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
नैया का बन गया है,दिलदार खाटू वाला।
मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला, दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
मेरा यार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला।।
झूठे जहां से मुझको, कोई चाह अब नहीं है, छूटे तो छूट जाए, परवाह अब नहीं है। मेरे साथ में खड़ा है, मेरे साथ में खड़ा है, सरकार खाटू वाला। मेरे दिल में बस गया है, दिलदार खाटू वाला।।
मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला, दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
मेरा यार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला।।
जब जब उदास होता, सपनो में श्याम आता, मुझको गले लगाकर, मेरा हौंसला बढ़ाता, है पालता ‘किशन’ का, है पालता ‘किशन’ का, परिवार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है, दिलदार खाटू वाला ।।
मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला, दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
दुनिया से क्यों डरूँ मैं,
मेरा यार खाटू वाला, मेरे दिल में बस गया है,
दिलदार खाटू वाला।।