बोलो भाई ओम नमः शिवाय, भोले बाबा गजब निराला, अंग भभूति रमाय, लाठी खा कर भोले बाबा, बैजनाथ कहलाय, बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ।।
भोले बाबा गजब निराला, गले साँप लपटाय, भष्मासुर को बर दे कर के, संकट में फँस जाय, बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ।।
भोले बाबा गजब निराला, भाँग धतूरा खाय, गंगा जी को धारण करके, गंगाधर कहलाय,
बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ।।
भोले बाबा गजब निराला, तुरत प्रसन्न हो जाय, इसीलिए तो भोले बाबा, आशुतोष कहलाय, बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ॥
अमृत सबने बाँट लिया, पर विष को कौन पचाय, विष पी कर के भोले नाथ जी, नीलकंठ कहलाय, बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ।।
बोलो भाई ओम नमः शिवाय, भोले बाबा गजब निराला, अंग भभूति रमाय, लाठी खा कर भोले बाबा, बैजनाथ कहलाय, बोलों भाइ ओम नमः शिवाय ।।