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durga bhajan lyrics दुर्गा भजन लिरिक्स

Aangan lipat mori bahiya bhar aayi are bhawan lipat Devi aayi ho maay,आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय,durga bhajan

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

जल चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं।मछली ने दियो है जुठार मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

दूध चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं।बछड़े ने दियो है जुठार मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

फूल चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं। भौरे ने दियो है जुठार मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

शहद चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं।मक्खी ने दियो है जुठार मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

चंदन चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं।सर्पों ने दियो है जुठार मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

मन को चढ़ाऊं मैया कैसे चढ़ाऊं।मन भी जूठा हो गया मेरी माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

आंगन लिपत मोरी बहियां भर आई।अरे भवन लिपत देवी आई हो माय।

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