तर्ज, चालों रे भक्तों चलो रामदेवरे
चालो जी चालो चालो भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
सालासर में धाम कहावे ,
नर नारी दर्शन ने आवे।
मेवा मिसरी भोग चढ़ावे ,
राम नाम धुन सगळा गावे।
ध्यावे सब संसार भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
माँ अंजनी रा लाल दुलारा ,
राम सिया रा सेवक प्यारा।
बाला लाल लंगोटी वाला ,
निज भक्ता रा है रखवाळा।
पवन पुत्र हनुमान भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
चेत पूनम रो मेळो लागे ,
भीड़ घणी भगता री लागे।
ढोल नगाड़ा ताशा बाजे ,
सुता भाग भगत रा जागे।
गूंजे जय जयकार भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
इन कलजुग में महिमा भारी ,
देव बड़ा बाला उपकारी।
बालाजी री छवि है न्यारी ,
मूरत लागे सब ने प्यारी।
शोभा है अपरम्पार भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
महिमा दास अशोक सुणावे ,
धुप दीप कर ध्यान लगावे।
हाथ जोड़ अरदास सुणावे ,
बालाजी ने शीश नवावे।
भव सु कर दो पार भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।
चालो जी चालो चालो भाईडा रे ,
चालो चाला बालाजी रे धाम।