तर्ज – शीशा हो या दिल हो
प्यार से बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता है, दर पे रोते रोते आंसू जो बहाए, सुन ये जाता है, सुन ये जाता है, प्यार सें बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता है ।।
संकट में जब आते है, तब सब ही ठुकराते है, कैसी दुनियादारी है, सबने ठोकर मारी है। आया मेरा श्याम प्यारा, मैंने जब इसे पुकारा।🌺🌺 जब जब ये आता है, हारा जीत जाता है। प्यार सें बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता है ।।
करते थे यकी सबपे, सब तो हमारे है। तूफा एक ऐसा आया, उसने ये हमें बताया। जिनपे हमको यकीं था, वही साथ ना देगा।🌺🌺🌺🌺🌺 जब सब छोड़ जाता है, मेरा श्याम तब ये आता है। प्यार सें बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता हैं।
श्याम के दर जो आते है, नाम अमर कर जाते है, बिन मांगे सब मिलता है, श्याम से नाता दिल का है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 श्याम की महिमा जो गाते है, श्याम के रंग में वो रंग जाते है। हारकर जो आता है, मेरा श्याम अपनाता है, प्यार सें बुलाओ तो,
मेरा श्याम आ ही जाता है ।।
प्यार से बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता है, दर पे रोते रोते आंसू जो बहाए, सुन ये जाता है, सुन ये जाता है, प्यार सें बुलाओ तो, मेरा श्याम आ ही जाता है ।।