तर्ज – सावन को आने दो
मैं तो कीर्तन में नाचूंगा, बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
कीर्तन की कर लो तैयारी, जला के ज्योत श्याम की प्यारी। लीले की करके सवारी, आएँगे श्याम बिहारी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 मोरछड़ी घुमाएगा, बाबा दर्श दिखाएगा, बाबा गले लगाएगा, श्याम बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
मैं तो कीर्तन में नाचूंगा, बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
बाबा को घर में बुला के, फूलों से घर को सजा के। मीठे मीठे भजन सुना के, बाबा को दिल से रिझा के।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺बाबा दर्श दिखाएगा, बाबा गले लगाएगा, श्याम बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
मैं तो कीर्तन में नाचूंगा, बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
बाबा को घर में बुला के, फूलों से घर को सजा के। मीठे मीठे भजन सुना के, बाबा को दिल से रिझा के।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 कीर्तन करवाऊंगा, मैं ढोल बजाऊंगा, नाचूंगा गाऊंगा, श्याम बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
मैं तो कीर्तन में नाचूंगा, बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।
खाटू के लखदातारी, सुन लेना अरज हमारी। ‘चंदू’ है तेरा पुजारी, भर देना खुशियां सारी। झोली भर जाएगा, हारे को जिताएगा, बाबा अपना बनाएगा, 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺श्याम बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।
मैं तो कीर्तन में नाचूंगा, बाबा को आने दो, श्याम बाबा को आने दो।।