तर्ज,श्यामा आन बसों वृंदावन में
महाराज गजानन आओ जी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी ।।
पारवती के देवा पुत्र कहलाए, पुत्र कहलाए देवा, पुत्र कहलाए। तुम शंकर ध्यान लगाओ जी, महाराज गजानन आओ जी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी ।।
चन्दन चौकी बिछी नहाण नै,
बिछी नहाण नै,बिछी नहाण नै,
तुम केसर तिलक लगाओ जी। महाराज गजानन आओं जी,म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी।।
सत पकवानी थाल परोश्या, थाल परोश्या बाबा, थाल परोश्या। तुम आकै भोग लगाओ जी, महाराज गजानन आओं जी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी ।।
तानसेन बाबा तेरे गुण गावै, तेरे गुण गावै बाबा, तेरे गुण गावै, तुम आकै दर्श दिखाओ जी, महाराज गजानन आओं जी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी ।।
महाराज गजानन आओ जी, म्हारी सभा में रंग बरसाओ जी ।।