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श्याम भजन लिरिक्स

Kahe to kis se kahe shyam tere siwa,कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा,shyam bhajan

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा।



तर्ज – जियें तो जियें कैसे

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा। सुनता नहीं है कोई, तेरे सिवा। कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।



तेरे बिना दूजा कोई, अपना ना लगता है। हम को तो तू ही, हमदर्द दिखता है। दिल में दबी है, मिलती तसल्ली, कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा। सुनता नहीं है कोई, तेरे सिवा। कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।

जितनी भी बाते,तुमको बता के।जितनी भी बाते, मिलती तसल्ली, तुमको बता के, कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा। सुनता नहीं है कोई, तेरे सिवा। कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।



हाले दिल जिनको भी, अपना बताते। है दास्तां अपनी वो, पहले सुनाते है। खुद की ही उलझन में, उलझा ज़माना, कौन सुने है रोता फसाना, कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा।

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा। सुनता नहीं है कोई, तेरे सिवा। कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा ।।

कहने को तो अपना हमें, कहते लोग सारे है। पर तू ही बांटता, सुख दुख हमारे है। ‘सोनू’ ना करते, परवाह जहाँ की, तुमको खबर है, इतना ही काफ़ी। कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सिवा।

कहे तो कहे किससे, श्याम तेरे सिवा, सुनता नहीं है कोई, तेरे सिवा, कहें तो कहें किससे, श्याम तेरे सवा।

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