मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
सिया ना साधारण नारी।सिया ना साधारण नारी।मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
जाए वनों में शिया चुराई। तुमने पिया जी कुमत कमाई। तेरे शीश मौत मंडेराय,सिया ना साधारण नारी।मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
तेरी सोने की है लंका। भैया कुंभकरण बलवंता। नाम तेरा बंटाधार कर जाए, सिया ना साधारण नारी।मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
एक बानर ने लंका जलाई।सारे नगर में मची तबाही। राम को सिया ने दो लौटाये,सिया ना साधारण नारी।मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।
राम शरण में गया तेरा भैया तेरी डूबेगी अब नैया। बचाले मेघनाथ सा लाल, सिया ना साधारण नारी।मंदोदरी रावण को रही समझाएं, सिया ना साधारण नारी।