जब से साथी बना मेरा तू दिलदार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा हुआ,गुलजार साँवरिया।
सच कहती है ये दुनिया,तुम हो हारे के सहारे
बिन पानी जो नैय्या को,भव सागर पार करा दे
मेरी डूबती नैय्या का तू खेवनहार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा…..
जब से साथी बना मेरा तू दिलदार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा हुआ,गुलजार साँवरिया।
करुणाकर करुणा करते,संकट प्रेमी के हरते
चाहे कैसी हो दुख परेशानी,तुझे देख के वो भी डरते
मुझे हर पल तेरी रहती दरकार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा ….
जब से साथी बना मेरा तू दिलदार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा हुआ,गुलजार साँवरिया।
तेरे एहसानों की कीमत,ना कभी चुका पाऊँगा
तेरी कृपा से अपनी,झोली भरता जाऊँगा
“रूबी रिधम” का बस इक तू ही रिश्तेदार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा ……
जब से साथी बना मेरा तू दिलदार साँवरिया
उजड़ा चमन मेरा हुआ,गुलजार साँवरिया