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श्याम भजन लिरिक्स

Nainan me pichkari dayi moy gari dayi hori kheli na jay,नैनन में पिचकारी दईमोय गारी दई,होरी खेली न जाय,krishna bhajan

नैनन में पिचकारी दई
मोय गारी दई
होरी खेली न जाय

नैनन में पिचकारी दई
मोय गारी दई
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय
क्यों रे लँगर लँगराई मोते कीनी
ठाड़ौ मुस्काय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।



नेक नकान करत काहू की
नजर बचावै भैया बलदाऊ की
पनघट सौ घर लौं बतराय
घर लौं बतराय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।

नैनन में पिचकारी दई
मोय गारी दई
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय
क्यों रे लँगर लँगराई मोते कीनी
ठाड़ौ मुस्काय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।

औचक कुचन कुमकुमा मारै
रंग सुरंग सीस ते ढारै
यह ऊधम सुनि सासु रिसियाय
सुनि सासु रिसियाय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।

नैनन में पिचकारी दई
मोय गारी दई
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय
क्यों रे लँगर लँगराई मोते कीनी
ठाड़ौ मुस्काय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।

होरी के दिनन मोते दूनौ अटकै
सालिगराम कौन याहि हटके
अंग लिपटि हँसि हा हा खाय
होरी खेली न जायहोरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाये।

नैनन में पिचकारी दई
मोय गारी दई
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय
क्यों रे लँगर लँगराई मोते कीनी
ठाड़ौ मुस्काय
होरी खेली न जाय
होरी खेली न जाय।

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