कर दो मेरा भव पार मेरे सांवरिया सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।कर दो मेरा भव पार मेरे खाटू के सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।
झूठी दुनियां में कोई ना हमारा।लोगों ने किया है किनारा।सुन लो मेरे पालनहार,तेरे आए बैठा द्वार,में तो आकर बैठा द्वार।कैसे सुनाऊं किसी और को।
कर दो मेरा भव पार मेरे सांवरिया सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।कर दो मेरा भव पार मेरे खाटू के सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।
सब कहते हैं हारे का सहारा।मुझको क्यों नहीं श्याम तूने तारा।छोड़ूं तेरा ना ये द्वार,मेरी सुन ले पालनहार,सुन लो मेरे दीनानाथ,कैसे सुनाऊं किसी और को।
कर दो मेरा भव पार मेरे सांवरिया सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।कर दो मेरा भव पार मेरे खाटू के सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।
अब सुध ले या तूं सुना दे।क्या है तेरी मर्जी ये बता दे।अर्जी करना मेरा काम,चौखट दे दूंगा में प्राण,आया आया दीनानाथ।कैसे सुनाऊं किसी और को।
कर दो मेरा भव पार मेरे सांवरिया सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।कर दो मेरा भव पार मेरे खाटू के सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।
सबको मालूम है तेरी महिमा।दर ऐसा नही है किसिका।ले ली परीक्षा अपार, दुःख हरो सरकार,भक्त जपे दिन रात।कैसे सुनाऊं किसी और को।
कर दो मेरा भव पार मेरे सांवरिया सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।कर दो मेरा भव पार मेरे खाटू के सरकार,एक तेरा ही आधार,कैसे सुनाऊं किसी और को।