तर्ज,नंद भवन में उड़ रही धूल
वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे। प्यारी लगे ओ मैया प्यारी लगे।वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे।
जब से मेरे सामने आई, उसकी अदाएं मन को भाई।यूं तो गोपिया हजार वह सबसे न्यारी लगे।वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे।
हां करो मैया या करो तुम ना। मैंने उसको है अपना माना। लगती नहीं पराई वह कब से हमारी लगे। वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे।
भा गया है मुझको बरसाना, उसके संग में ब्याह रचाना। राधेश्याम की जोड़ी सबको न्यारी लगे।वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे।
वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे। प्यारी लगे ओ मैया प्यारी लगे।वो बरसाने की छोरी मैया मुझे प्यारी लगे।