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krishna bhajan lyrics कृष्ण भजन लिरिक्स

Kanhaiya tumhe ek najar dekhna hai,कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है,krishna bhajan

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।

विधुर भीलनी के जो घर तुमने देखे
तो तुम को हमारा भी वो घर देखना है।

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।


उबारा था जिस कर से गीध ओर गज को
हमे उन हाथों का हुनर देखना है।

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।


टपकते हैं द्रग बिंदु तुमसे ये कहकर
तुम्हे अपनी उल्फत में तर देखना है।

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।


अगर तुम हो दीनो के आहो के आशिक
तो आहो का अपना असर देखना है।

कन्हिया तुम्हि एक नजर देखना है
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।

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