ओ कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
ओ, कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो,
आज ना ओ कान्हा तेरी चाल चलेगी,
बात नहीं मानेगा तो बात बढ़ेगी,
चोर है छिछोरा है तू,
जानती हूँ मैं,
रंग जो लगाएगा जो,
तो राधा लड़ेगी,
अरे रे मेरी राधा गौरी,
मेरे संग खेलो होरी,
नखराना दिखाना,
राधे छोड़ दो,
ओ कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
ओ, कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो,
होली के बहाने जो तू,
मुझे सताएगा,
जाके रपट लिखा दूँगी,
तू जेल जाएगा,
धमकी से तेरे तो मैं ,
ना डर के जाऊँगा,
लाल गुलाबी सारा तुझको,
रंग लगाऊंगा,
कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
ओ, कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो।
एक बरस के बाद राधा, फ़ागुन आया है,
लगवाले ये श्याम तेरा, रंग लाया है,
हाथ ना आऊंगी में, बरसाने की छोरी हूँ,
कारा कारा तू कान्हां, मैं गौरी गौरी हूँ,
कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
ओ, कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो।
अरे रे मेरी राधा गौरी,
मेरे संग खेलो होरी,
नखराना दिखाना,
राधे छोड़ दो।
नई नई है चुनरी मेरी, जो ये भीगेगी,
तेरी मेरी कट्टी कान्हा, होके रहेगी,
सोरी राधा सोरी, ना तुझे सताऊंगा,
तू जो हमसे रूठी तो मैं जी ना जाऊँगा,
अरे रे अब झगड़ा छोडो,
तेरा मेरा दिल ना तोड़ो,
होरी में कान्हा रंग डारो,
अरे रे मेरी राधा गौरी,
मेरे संग खेलो होरी,
नखरा दिखाना छोड़ दो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो।
ओ कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
ओ, कान्हा मोपे रंग ना डालो,
माखन चाहे सारा खा लो,
पकड़ो ना बैया मेरी छोड़ दो,