अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।रंग डाल गयो सांवरिया।रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।
मैं औढ चली चुनरिया, छलिया की पड़ी नजरिया। एरी वाको मन में आ गयो खोट,रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।
सब सखियां दौड़ी आई, कान्हा की करी धुलाई। अरे उसे कर रही लोटम पॉट,रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।
रंग वहां पर ऐसा बरसा, छवि देखने को मन तरसा। ऐरी मैंने खाई विरह की चोट, रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।
इस रंग में जो भी नहावे, जीवन के रोग मिट जावे। अरे मिट जावे सारे खोट,रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।
अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।रंग डाल गयो सांवरिया।रंग डाल गयो सांवरिया।अरे वो तो ले ग्वालों की ओट रंग डाल गयो सांवरिया।