हो मेलो फागण को, चालों खाटू धाम।की बाट उड़िके म्हारो खाटू वालो श्याम,हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को।
रिंगस से निशान उठाकर पैदल पैदल जास्यां।मंदिर माही धोक लगाकर श्याम का दर्शन पास्यां। हार के जो इस जग से आयो गले लगासी श्याम।हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को।
हो मेलो फागण को, चालों खाटू धाम।की बाट उड़िके म्हारो खाटू वालो श्याम,हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को।
बैठयो है दरबार लगाकर मंद मंद मुस्काए। रूप सलोना देख देख भक्ता रो मन हरसाव। श्याम धनी के संग विराजे मारो वीर बली हनुमान। हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को,
हो मेलो फागण को, चालों खाटू धाम।की बाट उड़िके म्हारो खाटू वालो श्याम,हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को।
फागण की रुत श्याम धनी संग खूब धमाल मचावां। भर भर मुट्ठी सांवरिया ने रंग गुलाल लगावां। होली खेलन थारे सागे आयो है यो दास।
हो मेलो फागण को, चालों खाटू धाम।की बाट उड़िके म्हारो खाटू वालो श्याम,हो मेलो फागण को,हो मेलो फागण को।