होली खेलो राधा प्यारी मोपे रंग की चढ़ी ख़ुमारी,
मना ले फागण मेरे संग जरा सो जरा सो,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग…………
हट जा हट जा दूर कन्हैया,
मत ना झटके मेरी बैया,
तू करता होरी में हुड़दंग,
ना खेलु होली तेरे संग …………
कर मत राधा आना कानी,
फागुन की रुत है मस्तानी,
होली में मोहे तंग करने की,
आदत है तेरी बहुत पुरानी,
मत मारे तू मेरे मन की उमंग,
जरा सो, जरा सो,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग
जरा सो डलवा ले मेरो रंग…………
हट जा हट जा दूर कन्हैया,
मत ना झटके मेरी बैया,
तू करता होरी में हुड़दंग,
ना खेलु होली तेरे संग………..
कर जोड़े की मान साँवरिया,
मत कर संग में जोर जबरिया,
राधा रानी तेरी खातिर,
लायो हूँ मैं रंग केसरिया,
है तेरो कच्चो बदरंग,
ना खेलु ना खेलूं ना खेलूं होली तेरे संग,
कन्हैया होली तेरे संग…………
एक साल में आई होली,
कर ले थोड़ी हंसी ठिठोली,
कहे अनाड़ी कैसे खेलूं,
ना है मेरी हम जोली,
ना करनी सखियों से मुझे बात,
जरा सो जरा सो,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग……….
हट जा हट जा दूर कन्हैया,
मत ना झटके मेरी बैया,
तू करता होरी में हुड़दंग,
ना खेलु होली तेरे संग……
होली खेलो राधा प्यारी मोपे रंग की चढ़ी ख़ुमारी,
मना ले फागण मेरे संग जरा सो जरा सो,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग,
जरा सो डलवा ले मेरो रंग…………