हां रे आनंद आयो रे गुरासा महापार रंग बरसायो रे,आनंद आयो रे।
जियो जियो रे आनंद आयो रे। जियो जियो रे आनंद आयो रे।सतगुरु सा महापार रंग बरसायो रे,आनंद आयो रे।
पांच पच्चीसी मीली जब सखियां, होड़ा होड़ बतायो रे।ज्ञान को रंग ज्ञान से भरियो मन हरसायो रे,आनंद आयो रे।
हां रे आनंद आयो रे गुरासा महापार रंग बरसायो रे,आनंद आयो रे।
जियो जियो रे आनंद आयो रे। जियो जियो रे आनंद आयो रे।सतगुरु सा महापार रंग बरसायो रे,आनंद आयो रे।