श्री श्याम धनि के भगत हुए श्याम ने जिन्हे वरदान दिया।
मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में समान दिया।
नाम है श्याम बहादुर जिनका श्याम की भगती पाई थी,
धरती रेवाड़ी में है जिनकी श्याम की अलख जगाई थी,
श्याम प्रभु ने अपने भगतो को श्याम बहादुर नाम दिया,
मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में समान दिया,
इक जाट को याद आई भगती श्याम बहादुर की,
आया रेवाड़ी ज्योत जगाई अपने मन के भाव की।
भक्त ॐ सेहरावत ने श्याम चरणों में ध्यान किया,
मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में समान दिया,
राजू ॐ कहे दुनिया से इक बार रेवाड़ी आ जाना,
श्याम बहादुर के दर्शन कर अपना शीश झूका जाना।
पप्पू बहादुर ने अपना जीवन भगतो ने बार दियां।
मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में समान दिया।
श्री श्याम धनि के भगत हुए श्याम ने जिन्हे वरदान दिया।
मोर छड़ी से ताला खोला दुनिया में समान दिया।