तर्ज,दिल तोते तोते हो गया दिल
सजा है सुंदर सा दरबार उसमें बैठे लखदातार। लाखों की है भीड़ अपार लंबी लंबी लगी कतार। फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
आ गया आ गया सांवरे का सतरंगी मेला आ गया। श्याम सुन ले मेरी एक प्यारी सी पुकार, आ गया।
मंदिर के आगे श्याम दीवाने धक्का-मुक्की खाए हैं। लव से फिर भी यह देखो बाबा श्याम श्याम ही गाए हैं। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺खाटू नगरी सजी है आज बड़ा अनोखा यह त्यौहार।फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
आ गया आ गया सांवरे का सतरंगी मेला आ गया। श्याम सुन ले मेरी एक प्यारी सी पुकार, आ गया।
सजा है सुंदर सा दरबार उसमें बैठे लखदातार। लाखों की है भीड़ अपार लंबी लंबी लगी कतार। फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
केसरिया लागे है धरती होती है जय जयकार है। सब दूर दूर से आए दीवाने बन के सेवादार है। चुक न जाना मौका यार संग में ले लो सब परिवार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
आ गया आ गया सांवरे का सतरंगी मेला आ गया। श्याम सुन ले मेरी एक प्यारी सी पुकार, आ गया।
सजा है सुंदर सा दरबार उसमें बैठे लखदातार। लाखों की है भीड़ अपार लंबी लंबी लगी कतार। फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
फागुन की ग्यारस पर भक्तों यह मेला फिर से आता है। जो खाटू नगरी जाता है वह श्याम की सेवा पाता है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 लुटा रहा है हाथ पसार बैठा खाटू का सरदार।फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।
आ गया आ गया सांवरे का सतरंगी मेला आ गया। श्याम सुन ले मेरी एक प्यारी सी पुकार, आ गया।
सजा है सुंदर सा दरबार उसमें बैठे लखदातार। लाखों की है भीड़ अपार लंबी लंबी लगी कतार। फागुन मेला आ गया जी देखो फागुन मेला आ गया।