रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे।
गौरा ने भंगिया में घोटा लगाया, पिएँ भोले के सब यार भोले जी तरसे रंग बरसे।रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे।
रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे
बेला धतूरे का भोग बनाया, खाएं भोले के सब यार भोले जी तरसे रंग बरसे।रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे।
रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे
कैलाश पर्वत पर आसन लगाया, सोए नंदिया नाथ भोले जी तरसे रंग बरसे।रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे।
रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे
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रंग बरसे भीगे जटाधारी रंग बरसे।