तर्ज,भोलानाथ अमली
गोरा जी को ब्याने भोलेनाथ आए हैं। नंदी चढ़कर देखो शंभूनाथ आए हैं। गोरा बिहाने आए हैं, डमरू धारी आए हैं, भोलेनाथ आए हैं। भूतों और प्रेतों की बारात लाए हैं।
अपने सुंदर तन पर है शमशान की राख लगाए। तीनों लोकों के स्वामी ने अजब हे लीला रचाई। गोरा बिहाने आए हैं जटाधारी आए हैं,भोलेनाथ आए हैं। भूतों और प्रेतों की बारात लाए हैं।
आगे पीछे टोलियां भूतों की नाच रही। इस से डर कर देखो नर नारी भाग रही।गोरा बिहाने आए हैं, डमरू धारी आए हैं, भोलेनाथ आए हैं। भूतों और प्रेतों की बारात लाए हैं।
ब्रह्मा विष्णु देवी देवता खुश है देखो सारे। आज तो कैलाश गिरी पर बरसा खूब नजारे।गोरा बिहाने आए हैं, डमरू धारी आए हैं, भोलेनाथ आए हैं। भूतों और प्रेतों की बारात लाए हैं।
गोरा जी को ब्याने भोलेनाथ आए हैं। नंदी चढ़कर देखो शंभूनाथ आए हैं। गोरा बिहाने आए हैं, डमरू धारी आए हैं, भोलेनाथ आए हैं। भूतों और प्रेतों की बारात लाए हैं।