तर्ज, आने से उसके आए बहार
फागण की रुत ये लाई बहार, मन में उमंगे छाई अपार। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
आ गए हम बाबा तेरी चौखट पर तुझको मनाने। मांगने ना आए आए थोड़ा सा रंग लगाने। रंगों से लाल करें, चेहरा यह तुम्हारा है मेरे सांवरे।अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
फागण की रुत ये लाई बहार, मन में उमंगे छाई अपार। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
सुन सुनाई देती ढोल ढपली की ताल सुहानी। तू भी आजा बाबा मत कर श्याम तू मनमानी। आज तेरे भक्तों ने तुझको पुकारा है मेरे सांवरे। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
फागण की रुत ये लाई बहार, मन में उमंगे छाई अपार। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
सोच ले कन्हैया यह मौका दोबारा ना आए। प्रेमियों को अपने बोल कान्हा क्यों इतना सताए। देख जरा भक्त भी लाल तुम्हारा है मेरे सांवरे। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।
फागण की रुत ये लाई बहार, मन में उमंगे छाई अपार। अलग नजारा है मेरे सांवरे, छुपे जग सारा है मेरे सांवरे।