होली खेलन आई तुमसे राधा प्यारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
अब कोई बहाना ना चलने देंगे तेरा। सखियों संग राधा ने आकर के है घेरा। अब कहां छुपोगे तुम बोलो तो बनवारी।रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
होली खेलन आई तुमसे राधा प्यारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
हम होली खेले बिन तो रह नहीं पाएंगे। काले काले कान्हा को लाल बनाएंगे।हम करके आए हैं सब करके तैयारी।रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
होली खेलन आई तुमसे राधा प्यारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
तुम ले आओ अपनी संग गवालों की टोली।जग सारा देखेगा बरसाने की होली। हम चलने ना देंगे कान्हा तेरी होशियारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
होली खेलन आई तुमसे राधा प्यारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
होली में सांवरिया हम धूम मचाएंगे। कहीं भीमसेन मस्ती में झूमेंगे गाएंगे। बरसाने की होली है सबसे मतवाली। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।
होली खेलन आई तुमसे राधा प्यारी। रंगों से भर कर के लाई है पिचकारी।