तर्ज, दमा दम मस्त कलंदर
बनके दूल्हा चल दिए री भोले बाबा,लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।
क्या खूब भोले की सजी बाराती, ना कोई बाजे ना कोई बाती। बैल पर चढ़कर चल दिए हैं भोले बाबा,लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।
बनके दूल्हा चल दिए री भोले बाबा,लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।
गोरा को जब वो ब्याहने चले है, ब्रहमा और विष्णु बने बराती। मां मैनावत मन हरसाती। शारी सहेलिया मंगल गाती आई शंभू लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।
बनके दूल्हा चल दिए री भोले बाबा,लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।
मैया ने पूछा आकर दूल्हा कहां है। नारद ने बतलाया देखो दूल्हा वहां है। देख के दूल्हा मैया गिर गई धाम से,धरती पर,सिर धुनकर,बहुत पछताने लागी,भोले बाबा हो भोले बाबा।
बनके दूल्हा चल दिए री भोले बाबा,लटधारी,त्रिपुरारी,गंगधारी,हो आया बेल पर चढ़कर, खुशी है मन के अंदर,हो ब्रह्मा विष्णु शंकर, भोले बाबा हो भोले बाबा।