कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला। कोई ना लौटा दर से खाली ओ खाटू प्रतिपाला।
भेस बदलकर जब कान्हा ने शीश दान में मांग लिया। बर्बरीक थे वचन के पक्के शीश काटकर दान दिया।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 कृपा करी प्रभु ने भारी कलयुग में होंगे अवतारी। हारे का तुम बनो सहारा नाम हो खाटू वाला।कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला।
कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला। कोई ना लौटा दर से खाली ओ खाटू प्रतिपाला।
तेरे होते महाभारत को जीत नहीं कोई पाता। तहस-नहस हो जाता सब कुछ जो तुम वाण चलाता। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺तीन बाण धारी खाटू जी महिमा सबसे न्यारी तेरी। सब की सुधि लेने वाला तू है जग का प्रतिपाला।कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला।
कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला। कोई ना लौटा दर से खाली ओ खाटू प्रतिपाला।
दुनिया तेरे दर पर आती आकर शीश झुकाती है। मेवा मिश्री हलवा पूरी आकर भेंट चढ़ाती है। सब आते हैं तेरे द्वारे तू ही बिगड़े काज संवारे। लीले घोड़े वाला तेरा अद्भुत रूप निराला। कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला।
कलयुग में तेरा नाम अमर है तू अवतार निराला। कोई ना लौटा दर से खाली ओ खाटू प्रतिपाला।