तर्ज, पिंजरे वाली मुनिया
गौरां को व्याहने, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी
बैले पे चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी
गौरां को व्याहने,
हँस चढ़े ब्रह्मा जी आए,
गरुड़ चढ़े विष्णु जी आए,
कृष्ण भी बंसी, बजाई गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
गौरां को व्याहने,आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी
बैले पे चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी
नौं करोड़ जो गणियाँ आई ,
शक्ति पीठों से देवियाँ आई,
सिंघे पे दुर्गा, आई गई रे,
मेरा भोला भंडारी,
गौरां को व्याहने,आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी
बैले पे चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी
मँगल शनि चँदा सूरज भी आए,
अपनी अपनी देवीयों को लाए,
अरे ‘भूत प्रेत, नचाए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
गौरां को व्याहने,आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी
बैले पे चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी
हाथी शेर गरजते आए,
शिव शँकर के मन को भाए,
अरे ‘सब को मस्त, बनाए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
गौरां को व्याहने,आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी,
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी
बैले पे चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी