तर्ज, ऊंचो घल्यो पालनों
फागुन में बुलावे म्हाने श्याम धनी सरकार।खाटू में लुटावे बाबो सब भगतां पे प्यार, फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
रींगस से निशान लेकर चले श्याम दीवाने। जय श्री श्याम जय श्री श्याम के गूंज रहे जयकारे। रंगीलो बादल छायो रे। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺रींगस से खाटू को नजारो मन को भायो रे।फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
फागुन में बुलावे म्हाने श्याम धनी सरकार।खाटू में लुटावे बाबो सब भगतां पे प्यार, फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
लंबी सी कतार लगे और भक्त झूमे गाए। कदसी होवे दर्शन थारा बैठा आस लगावे। तेरो जयकारो लगायो रे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 देख कर मेरे बाबा को हिवड़ो हरसायो रे।फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
फागुन में बुलावे म्हाने श्याम धनी सरकार।खाटू में लुटावे बाबो सब भगतां पे प्यार, फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
जो भी फागुन में आए श्री श्याम के दरबार। सब भक्तों की विनती तुम ने सुनी पुकार। नाम दुनिया में छायो रे, जब से श्याम धनी ने हंसकर गले लगयो रे।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।
फागुन में बुलावे म्हाने श्याम धनी सरकार।खाटू में लुटावे बाबो सब भगतां पे प्यार, फागुण मेलो आयो रे।खाटू वालो श्याम धनी को हेलो आयो रे।