पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
भगत जनों की भीड़ लगी है दर्श की दर पे आस लगी है।
आई घड़ी अनमोल अनमोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले।पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
तू शिव शंकर महा वरदानी दूजा नही कोई तेरा सानी,
गोरा घोट रही भंगिया धीरे धीरे,देखो धीरे धीरे,
गोरा घोट रही भंगिया धीरे धीरे।पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
भोले जी को भंगिया प्यारी भंगिया प्यारी भंगिया प्यारी
भंगिया ले आये भोले धीरे धीरे,
गोरा घोट रही भंगिया धीरे धीरे।पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
भंगिया घोट के गोरा हारी छाले पड़ गए हाथो में,
देखो धीरे धीरे ,
गोरा घोट रही भंगिया धीरे धीरे।पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
गोरा के हाथ में देख के छाले,
ले आये मिक्स्सी देखो धीरे धीरे
गोरा घोट रही भंगिया धीरे धीरे।आसान से तू डोल अब डोल मेरे बाबा।पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
भूल भगत की मन में भरियो कर के दया सब संकट हरियो
भगतो को मत टाल मेरे बाबा। पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले ओ डमरू वाले।
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Pat khol mere baba o damru wale,पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले,shiv bhajan
पट खोल मेरे बाबा ओ डमरू वाले